Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi || श्री हनुमान जी की पूजा विधि || Hanuman Ki Puja Vidhi

श्री हनुमान जी की पूजा विधि, Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi, Hanuman Ji Ki Puja Karne Ki Vidhi, Shri Hanuman Ji Ki Puja Mantra, Shri Hanuman Ji Ki Puja Samagri, Shri Hanuman Ji Ki Puja Kaise Karni Chahiye.

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number :+91-9667189678

नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

श्री हनुमान जी की पूजा विधि || Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi || Hanuman Ji Ki Puja Karne Ki Vidhi

हम आपको आज श्री हनुमान जी की सरल पूजन विधि बताने जा रहे है ! आप हमारे द्वारा बताये गये श्री हनुमान जी की पूजन विधि से श्री हनुमान जी को खुश कर सकते है व् अपनी मनोकामना पूरी करवा सकते हैं ! यह विधि से आप हर दिन अपने नित्य कर्म से निवृत होकर श्री हनुमान जी की पूजा विधि में भी के सकते हैं ! यदि आप हर दिन पूजा नही कर सकते तो शनिवार और मंगलवार के दिन कर सकते है ! पूजन करते समय शरीर, कपडे, बोल और आचरण की पवित्रता का खास ध्यान रखें !! Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi द्वारा बताये जा रहे श्री हनुमान जी की पूजा विधि || Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi || Hanuman Ji Ki Puja Karne Ki Vidhi को पढ़कर आप भी बहुत आसन तरीके से श्री हनुमान जी पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकोगें !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! जय श्री मेरे पूज्यनीय माता – पिता जी !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें Mobile & Whats app Number : 9667189678 Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi By Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi.

श्री हनुमान जी की पूजा विधि || Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi || Hanuman Ji Ki Puja Karne Ki Vidhi

श्री हनुमान जी की पूजा सामग्री || Shri Hanuman Ji Ki Puja Samagri

देव मूर्ति के स्नान के लिए तांबे का पात्र, तांबे का लोटा, जल का कलश, दूध, देव मूर्ति को अर्पित किए जाने वाले वस्त्र व आभूषण। सिंदूर, दीपक, तेल, रुई, धूपबत्ती, फूल, चावल। प्रसाद के लिए फल, मिठाई, नारियल, पंचामृत, सूखे मेवे, शक्कर, पान, दक्षिणा ।

श्री हनुमान जी की पूजा सकंल्प विधि || Shri Hanuman Ji Ki Puja Sankalpa Vidhi

पूजन शुरू करने से पहले सकंल्प लें । संकल्प करने से पहले हाथों में जल, फूल व चावल लें। सकंल्प में जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। अब हाथों में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें ।

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number :+91-9667189678

संकल्प कैसे लें || Sankalpa Kaise Le

जैसे आप 19/11/2017 को श्री हनुमान जी का पूजन किया जाना है । तो इस प्रकार संकल्प लें । मैं ( अपना स्वयं का नाम बोलें ) विक्रम संवत् 2074 को, मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को, अनुराधा नक्षत्र में, भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर में अपने स्वयं के घर ( जंहा आप पूजन कर रहे हो उस स्थान का नाम लें ) में इस मनोकामना से ( अपनी मनोकामना बोलें ) श्री हनुमान का पूजन कर रहा हूं ।

क्या आप सरकारी नौकरी चाहते हो तो यहाँ क्लिक करें: Click Here

सभी सरकारी योजना की जानकारी या लाभ लेने के लिए यहाँ क्लिक करें: Click Here

श्री हनुमान जी की पूजा विधि || Shri Hanuman Ji Ki Puja Vidhi

श्री हनुमान जी का पूजन करते समय सबसे पहले कंबल या ऊन के आसन ( संभव हो सके तो लाल रंग का ) पर पूर्व दिशा व् उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं । सर्वप्रथम भगवान श्री गणेश जी का पूजन करें । श्री गणेश जी को स्नान कराकर उन्हें वस्त्र अर्पित करें । गंध, पुष्प , धूप ,दीप, अक्षत से पूजन करें । उसके बाद अब भगवान श्री हनुमान जी का पूजन करें । पहले श्री हनुमान जी को पंचामृत व् जल से स्नान कराएं । उन्हें वस्त्र अर्पित करें । वस्त्रों के बाद आभूषण पहनाएं । अब पुष्पमाला पहनाएं । अब तिलक करें । “ऊँ ऐं हनुमते रामदूताय नमः” मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी को सिंदूर का तिलक लगाएं । अब धूप व दीप अर्पित करें । फूल अर्पित करें । श्रद्धानुसार घी या तेल का दीपक लगाएं । इसके पश्चात अपने हाथ में चावल व फूल लें व इस मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी का ध्यान करें :

श्री हनुमान जी की पूजा ध्यान मंत्र || Hanuman Ji Ka Dhyan Mantra

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं

दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यं।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं

रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

ऊँ हनुमते नम: ध्यानार्थे पुष्पाणि सर्मपयामि।।

क्या आप सरकारी नौकरी चाहते हो तो यहाँ क्लिक करें: Click Here

सभी सरकारी योजना की जानकारी या लाभ लेने के लिए यहाँ क्लिक करें: Click Here

मंत्र उच्चारण करने के बाद हाथ में लिया हुआ चावल व फूल श्री हनुमान जी को अर्पित कर दें।

इसके बाद हाथ में फूल लेकर इस मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी का आवाह्न करें एवं उन फूलों को हनुमानजी को अर्पित कर दें।

हनुमान जी का आवाहन मंत्र || Hanuman Ji Ka Aavahan Mantra

उद्यत्कोट्यर्कसंकाशं जगत्प्रक्षोभकारकम्।

श्रीरामड्घ्रिध्याननिष्ठं सुग्रीवप्रमुखार्चितम्।।

विन्नासयन्तं नादेन राक्षसान् मारुतिं भजेत्।।

ऊँ हनुमते नम: आवाहनार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।।

नीचे लिखे मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी को आसन अर्पित करें ( आसन के लिए कमल अथवा गुलाब का फूल अर्पित करें ) अथवा चावल या पत्ते आदि का भी उपयोग हो सकता है !

हनुमान जी का आसन मंत्र || Hanuman Ji Ka Asan Mantra

तप्तकांचनवर्णाभं मुक्तामणिविराजितम्।

अमलं कमलं दिव्यमासनं प्रतिगृह्यताम्।।

इसके बाद इन मंत्रों का उच्चारण करते हुए श्री हनुमानजी के सामने किसी बर्तन अथवा भूमि पर तीन बार जल छोड़ें !

30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

हनुमान जी का पूजा मंत्र || Shri Hanuman Ji Ki Puja Mantra

ऊँ हनुमते नम:,

पाद्यं समर्पयामि।।

अध्र्यं समर्पयामि।

आचमनीयं समर्पयामि।।

क्या आप सरकारी नौकरी चाहते हो तो यहाँ क्लिक करें: Click Here

सभी सरकारी योजना की जानकारी या लाभ लेने के लिए यहाँ क्लिक करें: Click Here

इसके बाद श्री हनुमानजी को गंध, सिंदूर, कुंकुम, चावल, फूल व हार अर्पित करें।

अब इस मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी को धूप-दीप दिखाएं :

मंत्र :

साज्यं च वर्तिसंयुक्तं वह्निना योजितं मया।

दीपं गृहाण देवेश त्रैलोक्यतिमिरापहम्।।

भक्त्या दीपं प्रयच्छामि देवाय परमात्मने।।

त्राहि मां निरयाद् घोराद् दीपज्योतिर्नमोस्तु ते।।

ऊँ हनुमते नम:, दीपं दर्शयामि।।

इसके बाद केले के पत्ते पर या किसी कटोरी में पान के पत्ते के ऊपर प्रसाद रखें और श्री हनुमानजी को अर्पित कर दें तत्पश्चात ऋतुफल अर्पित करें। ( प्रसाद में चूरमा, भीगे हुएचने या गुड़ चढ़ाना उत्तम रहता है। )

यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

इसके बाद एक थाली में कर्पूर एवं घी का दीपक जलाकर श्री हनुमानजी की आरती करें। इस प्रकार पूजन करने से हनुमानजी अति प्रसन्न होते हैं तथा साधक की हर मनोकामनापूरी करते हैं।

दिए गये मंत्र को पढ़कर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें :

मंत्र :

ॐ बलसिद्धिकराय नम:

ॐ वज्रकायाय नम:

ॐ महावीराय नम:

ॐ रक्षोविध्वंसकाराय नम:

ॐ सर्वरोगहराय नम:

क्या आप सरकारी नौकरी चाहते हो तो यहाँ क्लिक करें: Click Here

सभी सरकारी योजना की जानकारी या लाभ लेने के लिए यहाँ क्लिक करें: Click Here

विशेष : मंत्र जप ( “ऊँ ऐं हनुमते रामदूताय नमः” मंत्र का जाप कर सकते है यदि आपको कोई श्री हनुमान जी का मंत्र नहीं पता हो तो ) के बाद यथासंभव श्री हनुमान चालीसा पाठ का पाठ करें। श्री हनुमान की दीप और कपूर से आरती करें । आरती के पश्चात् परिक्रमा करें ! पूजा, मंत्र जप और आरती के दौरान हुए जाने-अनजाने दोषों के लिए क्षमा प्रार्थना कर सारी परेशानियों और चिंतामुक्ति के लिए कामना करें ।

नोट : बताई गई श्री हनुमान जी की पूजा आप मंगलवार के दिन इस विधि से कर सकते हैं !

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number :+91-9667189678

<<< पिछला पेज पढ़ें अगला पेज पढ़ें >>>


यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

यह पोस्ट आपको कैसी लगी Star Rating दे कर हमें जरुर बताये साथ में कमेंट करके अपनी राय जरुर लिखें धन्यवाद : Click Here

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

You cannot copy content of this page