Ganga Dussehra Ki Puja Vidhi || गंगा दशहरा की पूजा विधि || Ganga Dussehra 2020

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Ganga Dussehra Ki Puja Vidhi || गंगा दशहरा की पूजा विधि

शास्त्रानुसार ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का त्यौहार मनाया जाता हैं ! गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करके किसी भी नदी पर जाकर अर्घ्य देकर और दान करना विशेष रूप से किया जाता हैं। Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi द्वारा बताये जा रहे Ganga Dussehra Ki Puja Vidhi || गंगा दशहरा की पूजा विधि को पढ़कर आप भी गंगा दशहरा के दिन की पूजाविधि पूर्वक कर सकते हैं ! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें: 9667189678 Ganga Dussehra Ki Puja Vidhi By Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi.

Ganga Dussehra Ki Puja Vidhi || गंगा दशहरा की पूजा विधि

गंगा दशहरा कब है? 2023 || Ganga Dussehra Kab Hai 2023

इस साल 2023 में गंगा दशहरा मई महीने की 30 तारीख वार सोमवार के दिन मनाया जायेगा !

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गंगा दशहरा क्यों मनाते है ? || Ganga Dussehra Kyu Manate Hai

शास्त्रों के अनुसार, ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमीं तिथि को भगीरथ गंगा को धरती पर लाये थे, इसी दिन ही गंगा हिमालय से निकलकर धरती पर आई थी । यह तिथि मई या जून महीने में होती है । जिसे आज हम गंगा दशहरा के नाम से मनाते हैं और इसे हम गंगावतरण के नाम से भी जानते हैं । इस दिन राजा सगर के एक हजार पुत्रों की आत्मा की शांति के लिए राजा दिलीप के पुत्र भागीरथ ने उत्तम व्रत का अनुष्ठान किया था ! धरती पर आने पर सबसे पहले विश्राम गंगा ने हरिद्वार में किया था जिसे ब्रह्मकुण्ड के नाम जाना जाता हैं ! वहां भगवान ब्रह्मा जी की पूजा अर्चना की जाती है ।

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गंगा दशहरा पूजा विधि || Ganga dussehra Ki Puja Vidhi

गंगा दशहरा वाले दिन जातक को गंगा में स्नान करना चाहिए ! यदि आप गंगा तथ पर नही जा सकते तो घर में स्नान के जल में गंगाजल मिलकर स्नान करना चाहिए ! उसके बाद माँ गंगा जी को जल और कच्चे दूध से अभिषेक करके पुष्प और मिठाई अर्पित करें ! और धूपबत्ती और दीपक जलाकर श्री गंगा चालीसा करें फिर गंगा दशहरा स्तोत्र या श्री गंगा स्तोत्रम का पाठ करके श्री गंगा माता जी की आरती करें ! नीचे दिए गये गंगा मंत्र का जाप करना चाहिए या एक माला का जाप करें ! मंत्र : “ॐ नमो भगवती हिलि हिलि मिलि मिलि गंगे मां पावय पावय स्वाहा॥” ( भविष्य पुराण से लिया गया मंत्र है। ) ग़रीब लोगों या जरूरतमंद लोगों को अन्न, वस्त्र का दान करना चाहिए !

गंगा दशहरा का मंत्र || Ganga Dussehra Ka Mantra

“ॐ नमो भगवती हिलि हिलि मिलि मिलि गंगे मां पावय पावय स्वाहा॥”

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गंगा दशहरा का महत्व || Ganga Dussehra Ka Mahatva

गंगा दशहरा पर स्नान व दान का विशेष रूप से महत्व है ! इस दिन किया गया दान, तर्पण और स्नान से दस तरह के पापों को नाश होता हैं ! इसलिए इसे दशहरा कहते हैं ।

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